देवदत्त दुबे
भोपाल। भाजपा में युवाओं के बीच वीडी भाई साहब के नाम से जाने वाले विष्णु दत्त शर्मा जब सीनियर दावेदारों के बीच अपेक्षाकृत युवा प्रदेश अध्यक्ष बने थे तभी भाजपा में एक तरह से पीढ़ी परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। अब जब उन्होंने 24 जिला अध्यक्षों की घोषणा की है तब यह बात सबको समझ में आ गई कि भाजपा में अब भाई साहब का ना केवल जलवा है वरन नई पीढ़ी का उदय भी है।
दरअसल मध्यप्रदेश में भाजपा संगठन और भाजपा सरकार दोनों की टीम गठित होना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां पांच मंत्रियों के सहारे सरकार चला रहे हैं। वहीं वे मंत्रिमंडल गठन के लिए कवायद भी कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह की परिस्थितियां निर्मित हो गई हैं। उसमें पहली बार चौहान को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। कांग्रेस के बागी 24 विधायकों में से लगभग 10 को मंत्री बनाया जाना तय है। जिसमें से दो मंत्री बनाए जा चुके हैं ऐसे में भाजपा के कोटे से 20 विधायक ही मंत्री बन पाएंगे। भाजपा में चार पांच छह-सात बार विधानसभा के चुनाव जीतने वाले विधायकों की भरमार है। लगातार 8 बार का विधानसभा चुनाव जीतने वाले पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के अलावा बाकी विधायकों में से टीम चुनना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। स्थानीय क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों के अलावा आगामी 24 विधानसभा के उप चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए मंत्रिमंडल का गठन होना है। संभावना जताई जा रही है की 17 मई को लॉक डाउन समाप्त होने के बाद कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
बहरहाल भाजपा में कहा जाता है संगठन आगे और सत्ता पीछे। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा संगठन के गठन में बढ़त बना रहे हैं। उन्होंने एक झटके में 24 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी और इसमें बड़े नेताओं के पसंदीदा नामों को कोई जगह नहीं दी गई है। युवा मोर्चा में खासा दखल रखने वाले शर्मा ने युवाओं को महत्व देकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की अपेक्षाओं को पूरा किया है। वहीं अपनी टीम भी बनाई है। शर्मा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के पहले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह 33 जिला अध्यक्षों की घोषणा कर चुके थे जिसमें नेताओं की पसंद का भी ध्यान रखा गया था। अभी जो 24 जिला अध्यक्ष बने हैं उनमें से 8 जिला अध्यक्षों के जिलों में विधानसभा के उपचुनाव होना हैं। ऐसे में यह युवा चेहरों को पार्टी में सामंजस्य बनाना बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि नवनियुक्त जिला अध्यक्षों ने घोषणा होते ही काम शुरू कर दिया है। सागर जिला अध्यक्ष बने गौरव सिरोठिया ने सागर में रविवार को पार्टी नेताओं से मुलाकात की सागर जिले में सुरखी विधानसभा का उपचुनाव होना है। इस कारण सिरोठिया को जिला कार्यकारिणी की घोषणा भी जल्द ही करना पड़ेगी। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राजधानी भोपाल में युवा नेता सुमित पचौरी को जिला अध्यक्ष बनाया है पचौरी संघ परिवार से भी जुड़े हैं।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जिस तरह से भाजपा जिला अध्यक्ष की घोषणा में विधानसभा उपचुनाव होने जा रही कुछ सीटों को मजबूत किया है। उसी तरह वे प्रदेश कार्यकारिणी और पदाधिकारियों में कुछ पूर्व मंत्रियों और विधायकों को शामिल करके मंत्रिमंडल गठन के दबाव को कम करने की कोशिश करेंगे एवं जिस तरह से राजेश सोनकर को इंदौर ग्रामीण का जिला अध्यक्ष बनाकर सांवेर सीट पर तुलसीराम सिलावट को मजबूती दी है। उसी तरह कुछ और क्षेत्रों से प्रदेश पदाधिकारी बनाए जाएंगे। राजेश सोनकर सांवेर से 2018 में तुलसी सिलावट के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार थे। अब जिला अध्यक्ष बनने के बाद सिलावट को जिताने के लिए पूरी ताकत लगाएंगे। इसी तरह सांची विधानसभा क्षेत्र से प्रभुराम चौधरी को मजबूती देने के लिए 2018 में भाजपा प्रत्याशी रहे मुदित शेजवार को प्रदेश पदाधिकारी बनाया जा सकता है। कुछ ऐसा ही सुरखी विधानसभा क्षेत्र में गोविंद राजपूत मजबूत करने के लिए सुरखी से राजेंद्र मोकलपुर सुधीर यादव या पारुल साहू को प्रदेश पदाधिकारी बनाया जा सकता है।
कुल मिलाकर पीढ़ी परिवर्तन के दौर से गुजर रही भाजपा एक तीर से कई निशाने साध रही है। एक तरफ जहां संघ का प्रभाव बढ़ रहा है वहीं ऐसे युवाओं को मौका दिया जा रहा है जो 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में पार्टी के लिए मददगार साबित हो सकें। साथ ही 2023 के विधानसभा के आम चुनाव के लिए जमीन तैयार की जा सके और इन सबके बहाने प्रदेश में वीडी भाई साहब का जलवा भी पार्टी में बन रहा है। अब तक जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में स्थानीय दिग्गज नेताओं की खींचतान के कारण नियुक्तियों को लेकर कशमकश चलती थी लेकिन 24 जिला अध्यक्ष की नियुक्ति में किसी भी दिग्गज नेता का दखल ना होना बता रहा है कि जिस तरह से प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को फ्री हैंड मिला हुआ है, उसी तरह जिला अध्यक्षों को भी अपनी कार्यकारिणी गठित करने के लिए फ्री हैंड रहेगा।